IRS अधिकारी अमित कुमार सिंघल

परिचय :
भारत के कर प्रशासन तंत्र, विशेष रूप से Indian Revenue Service (IRS), को देश की आर्थिक संरचना की रीढ़ माना जाता है। लेकिन जब इसी प्रणाली से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं, तो न केवल संस्थान की साख पर सवाल उठते हैं, बल्कि जनता का विश्वास भी डगमगाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है IRS अधिकारी अमित कुमार सिंघल की CBI (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) द्वारा गिरफ्तारी के साथ।

कौन हैं अमित कुमार सिंघल?
अमित कुमार सिंघल IRS (Customs & Indirect Taxes) कैडर के वरिष्ठ अधिकारी हैं। वह पश्चिम बंगाल में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क विभाग (CBIC) में एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत थे। उन्हें ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक माने जाने वाले विभाग का हिस्सा माना जाता था, लेकिन हालिया घटनाक्रम ने सबको चौंका दिया।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
मई 2025 में, CBI ने एक गुप्त सूचना के आधार पर अमित कुमार सिंघल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। यह आरोप था कि उन्होंने व्यापारियों और आयात-निर्यात कारोबारियों से अवैध रूप से रिश्वत ली थी, और इसके बदले में कर राहत या नियमों में ढील दी थी।CBI ने एक सुनियोजित जाल बिछाया और रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों सिंघल को गिरफ्तार कर लिया। उनके आवास और कार्यालयों पर छापे मारे गए, जिसमें काफी मात्रा में नकद, विदेशी मुद्रा, दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य बरामद हुए।
छापे में क्या मिला?
CBI द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, छापों के दौरान जो प्रमुख वस्तुएँ बरामद हुईं, वे इस प्रकार हैं:
- ₹75 लाख से अधिक नकद राशि
- 3 किलोग्राम से अधिक सोना
- विदेशी बैंक खातों से जुड़ी जानकारी
- अवैध लेन-देन के डिजिटल सबूत (ईमेल, चैट, फाइलें)

प्रभाव और प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी ने न केवल IRS के भीतर हलचल मचा दी है, बल्कि राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में भी चिंता बढ़ा दी है। CBI और CBIC दोनों ने कहा है कि इस मामले की सख्त और निष्पक्ष जांच की जाएगी, और यदि अन्य अधिकारी भी इसमें लिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
भारत में कर प्रशासन पहले से ही जटिल और भयावह माना जाता है। जब उसी प्रणाली के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं, तो इसका सीधा असर Ease of Doing Business और करदाता के विश्वास पर पड़ता है। अमित कुमार सिंघल की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि भ्रष्टाचार उच्च स्तर तक फैला हुआ हो सकता है, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट करती है कि जांच एजेंसियाँ अब अधिक सक्रिय और सक्षम हैं।
निष्कर्ष
IRS अधिकारी अमित कुमार सिंघल की गिरफ्तारी एक चेतावनी है कि भ्रष्ट आचरण चाहे जितना भी छिपा हो, अब उससे बचना मुश्किल है। यह मामला न केवल प्रशासनिक सफाई की आवश्यकता को रेखांकित करता है, बल्कि एक पारदर्शी, जवाबदेह और ईमानदार कर व्यवस्था की ओर बढ़ने का मार्ग भी प्रशस्त करता है।