सिवान मे हिंसक झड़प में तलवार से काटकर तिहरे हत्याकांड ने मचाई सनसनी: पूरी जानकारी
बिहार के सिवान जिले में 4 जुलाई 2025 की शाम एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के मलमलिया गांव में पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों के बीच हुए खूनी संघर्ष में तीन लोगों की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस घटना के सभी पहलुओं, इसके कारणों, परिणामों और पुलिस कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
घटना का विवरण
4 जुलाई 2025 को, शुक्रवार की शाम, सिवान के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के मलमलिया पुल के पास दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में हमलावरों ने तलवारों और अन्य धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया, साथ ही गोलीबारी की भी खबर सामने आई। इस हमले में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
हमले के दौरान, हमलावरों ने करीब आधे घंटे तक मलमलिया चौक पर उत्पात मचाया। इस दौरान इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दुकानदार अपनी दुकानों के शटर बंद करके भागने लगे, और सड़कों पर सन्नाटा छा गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, हमलावरों ने एक स्थानीय युवक, रोशन, को अपनी गाड़ी से टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

हत्याकांड का कारण
प्रारंभिक जांच के अनुसार, इस तिहरे हत्याकांड का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। कुछ सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि यह घटना अवैध शराब के कारोबार से जुड़ी हो सकती है। सिवान के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज तिवारी ने बताया कि यह घटना दो गुटों के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी का परिणाम प्रतीत होती है। इसमें शामिल एक पक्ष के शत्रुघ्न सिंह के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पहले भी छोटे-मोटे विवाद हो चुके थे, लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि खूनी संघर्ष में बदल गया। कुछ खबरों के अनुसार, इस हमले में एक पूर्व मुखिया के बेटे की भी हत्या हुई है, जिसने इस घटना को और भी चर्चा में ला दिया।
प्रदर्शन और जनाक्रोश
हत्याकांड के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क उठा। घटना के विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर दी और मृतकों के शवों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का आरोप था कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण यह घटना हुई।इस प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव बढ़ गया, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
डीआईजी नीलेश कुमार, सिवान एसपी मनोज तिवारी, छपरा एसपी कुमार आशीष, और गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत करने की कोशिश की।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। डीआईजी नीलेश कुमार ने भगवानपुर हाट थाना प्रभारी सुजीत कुमार को निलंबित कर दिया, क्योंकि उनकी लापरवाही को इस घटना का एक कारण माना गया। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
सिवान एसपी मनोज तिवारी ने कहा, “हम इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। यह घटना पुरानी रंजिश का परिणाम प्रतीत होती है, और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”पुलिस ने मौके से कुछ सबूत जमा किए हैं और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, अतिरिक्त पुलिस बल को इलाके में तैनात किया गया है ताकि आगे कोई हिंसक घटना न हो।
बिहार में बढ़ते अपराध और सवाल
यह तिहरा हत्याकांड बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं की एक और कड़ी है। हाल के महीनों में सिवान में कई हिंसक घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें गोलीबारी, तलवारबाजी, और अन्य आपराधिक गतिविधियां शामिल हैं। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, और कुछ ने इसे “राक्षसराज” का नाम दिया है।
निष्कर्ष
सिवान का यह तिहरा हत्याकांड न केवल एक दुखद घटना है, बल्कि यह समाज में बढ़ती हिंसा और रंजिश की मानसिकता को भी दर्शाता है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सामने कई चुनौतियां खड़ी की हैं। लोगों की मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
बिहार सरकार और पुलिस को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। साथ ही, समाज को भी रंजिश और हिंसा के रास्ते को छोड़कर शांति और सौहार्द का रास्ता अपनाने की जरूरत है। इस घटना ने सिवान ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है।
